अहमद सलमान कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अहमद सलमान

अहमद सलमान कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अहमद सलमान
नामअहमद सलमान
अंग्रेज़ी नामAhmad Salman

वो जिन दरख़्तों की छाँव में से मुसाफ़िरों को उठा दिया था

सब ने माना मरने वाला दहशत-गर्द और क़ातिल था

मैं हूँ भी तो लगता है कि जैसे मैं नहीं हूँ

कुचल कुचल के न फ़ुटपाथ को चलो इतना

जो दिख रहा उसी के अंदर जो अन-दिखा है वो शायरी है

शबनम है कि धोका है कि झरना है कि तुम हो

काली रात के सहराओं में नूर-सिपारा लिक्खा था

जो हम पे गुज़रे थे रंज सारे जो ख़ुद पे गुज़रे तो लोग समझे

जो दिख रहा उसी के अंदर जो अन-दिखा है वो शाइरी है

Ahmad Salman Poetry in Hindi - Read Best Poetry, Ghazals & Nazams by Ahmad Salman including Sad Shayari, Hope Poetry, Inspirational Poetry, Sher SMS & Sufi Shayari in Hindi written by great Sufi Poet Ahmad Salman. Free Download all kind of Ahmad Salman Poetry in PDF. Best of Ahmad Salman Poetry in Hindi. Ahmad Salman Ghazals and Inspirational Nazams for Students.