अहमद शाहिद ख़ाँ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अहमद शाहिद ख़ाँ

अहमद शाहिद ख़ाँ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अहमद शाहिद ख़ाँ
नामअहमद शाहिद ख़ाँ
अंग्रेज़ी नामAhmad Shahid Khan

ये गुत्थी कब से मैं सुलझा रहा हूँ

शम्अ की तरह से जलना सीख औरों के लिए

दुनिया ने जो ज़ख़्म दिए थे भर दिए तेरी यादों ने

सारा आलम धुआँ धुआँ क्यूँ है

साग़र क्यूँ ख़ाली है मिरा ऐ साक़ी तिरे मयख़ाने में

ले के फिर ज़ख़्मों की सौग़ात बहारो आओ

जुनूँ की रस्म ज़माने में आम हो न सकी

जब तक ग़ुबार-ए-राह मिरा हम-सफ़र रहा

ग़म के बादल हैं ये ढल जाएँगे रफ़्ता रफ़्ता

दुनिया सभी बातिल की तलबगार लगे है

दिल की ख़्वाहिश बढ़ते बढ़ते तूफ़ाँ होती जाती है

Ahmad Shahid Khan Poetry in Hindi - Read Best Poetry, Ghazals & Nazams by Ahmad Shahid Khan including Sad Shayari, Hope Poetry, Inspirational Poetry, Sher SMS & Sufi Shayari in Hindi written by great Sufi Poet Ahmad Shahid Khan. Free Download all kind of Ahmad Shahid Khan Poetry in PDF. Best of Ahmad Shahid Khan Poetry in Hindi. Ahmad Shahid Khan Ghazals and Inspirational Nazams for Students.