Love Poetry of Alimullah

Love Poetry of Alimullah
नामअलीमुल्लाह
अंग्रेज़ी नामAlimullah

इश्क़ के कूचे में जब जाता है दिल करने को सैर

अजब कुछ इश्क़ की ख़ुश-तर है वादी

यार के दरसन के ख़ातिर जान और तन भूल जा

यार जब नैनों में आया हू-ब-हू

तेज़ी तिरे मिज़्गाँ की ये नश्तर से कहूँगा

समझ के देखो ऐ आरिफ़ाँ तुम किया है हक़ ने ये भेद कैसा

रक़ीब-ए-नफ़्स का मुख मोड़ता रह

राह में हक़ के अज़ीज़ाँ आप को क़ुर्बां करो

पिया के रुख़ की झलक का परतव किया है झलकार आफ़्ताबी

पीतम के देखने के तमाशा को जाएँ चल

नूर-ए-हक़ बे-हिजाब इश्क़-अल्लाह

नको नसीहत करो अज़ीज़ाँ निगा है हमना मुहन सूँ मीता

मुर्ग़ ज़ीरक अक़्ल का है इश्क़ का सय्याद शोख़

ला-मकाँ लग आशिक़ाँ के इश्क़ का पर्वाज़ है

लगा कर इश्क़ का कजरा नयन को

कीता कहीं पुकार ऐ ग़ाफ़िल बिया बिया

ख़यालात रंगीं नहीं बोलते उस को ज्यूँ बास फूलों के रंगों में रहिए

जब पियारा गिला सुनाता है

इश्क़ आ हम सूँ किया जब राम राम

इलाही बुलबुल-ए-गुलज़ार-मअनी कर लिसाँ मेरा

हुस्न का देख हर तरफ़ गुलज़ार

ग़फ़लत में सोया अब तिलक फिर होवेगा होश्यार कब

गर इश्क़ है तो देखने पिव को शिताब आ

दिलबर को दिलबरी सूँ मना यार कर रखूँ

'बहरी' पछाने नीं उसे गुल के सो वो दम-साज़ थे

अक़्ल-ए-जुज़वी छोड़ कर ऐ यार फ़िक्र-ए-कुल करो

अक़्ल को छोड़ इश्क़ में आ जा

अपने से बे-समझ को हक़ की कहाँ पछानत

अजब चंचल मिला है यार हमना

आया है मगर इश्क़ में दिलदार हमारा

अलीमुल्लाह Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अलीमुल्लाह. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अलीमुल्लाह. Share the अलीमुल्लाह Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.