असग़र सलीम कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का असग़र सलीम
नाम | असग़र सलीम |
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अंग्रेज़ी नाम | Asghar Saleem |
जिसे कभी सर-ए-मिंबर न कह सका वाइज़
इस एक बात से गुलचीं का दिल धड़कता है
ग़ुबार सा है सर-ए-शाख़-सार कहते हैं
गुलशन गुलशन शोला-ए-गुल की ज़ुल्फ़-ए-सबा की बात चली
गुलशन गुलशन शो'ला-ए-गुल की ज़ुल्फ़-ए-सबा की बात चली
ग़ुबार सा है सर-ए-शाख़-सार कहते हैं