एहतिशाम अख्तर कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का एहतिशाम अख्तर
नाम | एहतिशाम अख्तर |
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अंग्रेज़ी नाम | Ehtisham Akhtar |
जन्म की तारीख | 1944 |
जन्म स्थान | Kota |
कविताएं
Ghazal 5
Nazam 7
Couplets 4
Love 3
Sad 4
Heart Broken 7
Hope 4
देशभक्तिपूर्ण 1
बारिश 2
ख्वाब 1
रौशनी का ग़ुलाम
बीते हुए कल का इंतिज़ार
हिदायत
बारिश
तआ'क़ुब
मैं सुन नहीं सकता
छोटे क़द के लोग
तुम जलाना मुझे चाहो तो जला दो लेकिन
सोच उन की कैसी है कैसे हैं ये दीवाने
शहर के अंधेरे को इक चराग़ काफ़ी है
मिरे अज़ीज़ ही मुझ को समझ न पाए कभी
सता रही है बहुत मछलियों की बास मुझे
मिरी हयात को बे-रब्त बाब रहने दे
ख़्वाब आँखों में निहाँ है अब भी
दिल-ए-बर्बाद को छोटा सा मकाँ भी देगा
चराग़ दिल का था रौशन बुझा गया पानी