ग़ुलाम मोहम्मद वामिक़ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ग़ुलाम मोहम्मद वामिक़
नाम | ग़ुलाम मोहम्मद वामिक़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Ghulam Mohammad Vamiq |
तेरे रुख़्सारों से दुनिया रौशन थी
पैदल हमें जो देख के कतराते थे कभी
मुझ को ग़रीब और क़रज़-दार देख कर
कितनी ढल गई उम्र तुम्हारी हैरत है