Love Poetry of Gulzar

Love Poetry of Gulzar
नामगुलज़ार
अंग्रेज़ी नामGulzar
जन्म की तारीख1936
जन्म स्थानMumbai

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा

ज़िंदगी पर भी कोई ज़ोर नहीं

ये शुक्र है कि मिरे पास तेरा ग़म तो रहा

कोई ख़ामोश ज़ख़्म लगती है

ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में

काँच के पार तिरे हाथ नज़र आते हैं

आग में क्या क्या जला है शब भर

वो जो शाएर था

वक़्त-2

उर्दू ज़बाँ

तआक़ुब

सीलन

सिद्धार्थ की एक रात

समय

रूह देखी है कभी!

नज़्म

मंज़र! नर्सिंग-होम

लिबास

लैंडस्केप

किताबें

ख़ुद-कुशी

ख़ुदा

खंडर

इमेजेज़

गिरहें

एक दौर

एक और रात

धूप लगे आकाश पे जब

बे-ख़ुदी

बर्फ़ पिघलेगी

गुलज़ार Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by गुलज़ार. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by गुलज़ार. Share the गुलज़ार Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.