Coupletss of Habib Jalib

Coupletss of Habib Jalib
नामहबीब जालिब
अंग्रेज़ी नामHabib Jalib
जन्म की तारीख1929
मौत की तिथि1993
जन्म स्थानLahore

ये और बात तेरी गली में न आएँ हम

उस सितमगर की हक़ीक़त हम पे ज़ाहिर हो गई

उन के आने के बाद भी 'जालिब'

तुम्हें तो नाज़ बहुत दोस्तों पे था 'जालिब'

तुम से पहले वो जो इक शख़्स यहाँ तख़्त-नशीं था

तू आग में ऐ औरत ज़िंदा भी जली बरसों

पा सकेंगे न उम्र भर जिस को

न तेरी याद न दुनिया का ग़म न अपना ख़याल

लोग डरते हैं दुश्मनी से तिरी

लाख कहते रहें ज़ुल्मत को न ज़ुल्मत लिखना

कुछ लोग ख़यालों से चले जाएँ तो सोएँ

कुछ और भी हैं काम हमें ऐ ग़म-ए-जानाँ

जिन की यादों से रौशन हैं मेरी आँखें

जिन की ख़ातिर शहर भी छोड़ा जिन के लिए बदनाम हुए

इक उम्र सुनाएँ तो हिकायत न हो पूरी

इक तिरी याद से इक तेरे तसव्वुर से हमें

एक हमें आवारा कहना कोई बड़ा इल्ज़ाम नहीं

दुश्मनों ने जो दुश्मनी की है

दुनिया तो चाहती है यूँही फ़ासले रहें

दिल की बात लबों पर ला कर अब तक हम दुख सहते हैं

छोड़ इस बात को ऐ दोस्त कि तुझ से पहले

आने वाली बरखा देखें क्या दिखलाए आँखों को

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