Khawab Poetry of Habib Jalib

Khawab Poetry of Habib Jalib
नामहबीब जालिब
अंग्रेज़ी नामHabib Jalib
जन्म की तारीख1929
मौत की तिथि1993
जन्म स्थानLahore

न तेरी याद न दुनिया का ग़म न अपना ख़याल

इक तिरी याद से इक तेरे तसव्वुर से हमें

तेरे होने से

सहाफ़ी से

नीलो

मुशीर

ये सोच कर न माइल-ए-फ़रियाद हम हुए

वो देखने मुझे आना तो चाहता होगा

उस रऊनत से वो जीते हैं कि मरना ही नहीं

तिरे माथे पे जब तक बल रहा है

महताब-सिफ़त लोग यहाँ ख़ाक-बसर हैं

कुछ लोग ख़यालों से चले जाएँ तो सोएँ

भुला भी दे उसे जो बात हो गई प्यारे

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