Qitas of Habib Jalib

Qitas of Habib Jalib
नामहबीब जालिब
अंग्रेज़ी नामHabib Jalib
जन्म की तारीख1929
मौत की तिथि1993
जन्म स्थानLahore

ज़ुल्फ़ की बात किए जाते हैं

तुझे पाया कि तुझ को खो दिया है

तेरी बस्ती में जिधर से गुज़रे

सो गए अंजुम-ए-शब याद न आ

सब्ज़ा-ज़ारों में गुज़र था अपना

रंग ओ बू-ए-गुलाब कह लूँगा

नित-नए शहर नित-नई दुनिया

मुद्दतें हो गईं ख़ता करते

मिरी निगाह से वो देखते रहे हैं मुझे

कूचा-ए-सुब्ह में जा पहुँचे हम

जहाँ आसाँ था दिन को रात करना

ग़म के साँचे में ढल सको तो चलो

डूब जाएगा आज भी ख़ुर्शीद

दोस्तो मशवरे न दो हम को

दियार-ए-सब्ज़ा ओ गुल से निकल कर

अश्क आँखों में अब हैं आए से

अभी ऐ दोस्त ज़ौक़-ए-शाएरी है वज्ह-ए-रुस्वाई

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