हमदम कशमीरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का हमदम कशमीरी

हमदम कशमीरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का हमदम कशमीरी
नामहमदम कशमीरी
अंग्रेज़ी नामHamdam Kashmiri

बदले हुए से लगते हैं अब मौसमों के रंग

ज़रा सोचो तो मेरे साथ ऐसा क्यूँ हुआ है

ज़बाँ के साथ यहाँ ज़ाइक़ा भी रक्खा है

यक़ीन कैसे करूँगा गुमाँ में रहता हूँ

वहम कोई गुमाँ में था ही नहीं

मिलता है हर चराग़ को साया ज़मीन पर

काम आसाँ है मगर देखिए दुश्वार भी है

हम ढूँडते फिरते रहे तस्वीर हवा की

हम अपने आप को फिर आज़मा के देखेंगे

हुआ है सामने आँखों के ख़ानदाँ आबाद

है मशक़्क़त मिरी इनआ'म किसी और का है

एक क़तरा न कहीं ख़ूँ का बहा मेरे बअ'द

छटी है राह से गर्द-ए-मलाल मेरे लिए

Hamdam Kashmiri Poetry in Hindi - Read Best Poetry, Ghazals & Nazams by Hamdam Kashmiri including Sad Shayari, Hope Poetry, Inspirational Poetry, Sher SMS & Sufi Shayari in Hindi written by great Sufi Poet Hamdam Kashmiri. Free Download all kind of Hamdam Kashmiri Poetry in PDF. Best of Hamdam Kashmiri Poetry in Hindi. Hamdam Kashmiri Ghazals and Inspirational Nazams for Students.