हस्तीमल हस्ती कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का हस्तीमल हस्ती
नाम | हस्तीमल हस्ती |
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अंग्रेज़ी नाम | Hastimal Hasti |
जन्म की तारीख | 1946 |
जन्म स्थान | Rajasthan |
ये तजरबा हुआ है मोहब्बत की राह में
वो जो क़िस्से में था शामिल वही कहता है मुझे
तेरी बीनाई किसी दिन छीन लेगा देखना
प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है
मुझ से जल्दी हार कर मेरा हरीफ़
लुत्फ़ आराम का तू क्या जाने
कुछ और सबक़ हम को ज़माने ने सिखाए
ख़ुद चराग़ बन के जल वक़्त के अंधेरे में
खेल ज़िंदगी के तुम खेलते रहो यारो
कहीं ख़ुलूस कहीं दोस्ती कहीं पे वफ़ा
हमें पसंद नहीं जंग में भी मक्कारी
दिल में जो मोहब्बत की रौशनी नहीं होती
दिल की हालत पूछने वालो
बैठते जब हैं खिलौने वो बनाने के लिए
ये मुमकिन है कि मिल जाएँ तिरी खोई हुई चीज़ें
वो भी चुप-चाप है इस बार ये क़िस्सा क्या है
सिर्फ़ ख़यालों में न रहा कर
शीशे के मुक़द्दर में बदल क्यूँ नहीं होता
प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है
ख़्वाब में तेरा आना-जाना पहले भी था आज भी है
इस बार मिले हैं ग़म कुछ और तरह से भी
दिल में जो मोहब्बत की रौशनी नहीं होती
ढूँडा है हर जगह प कहीं पर नहीं मिला
चराग़ दिल का मुक़ाबिल हवा के रखते हैं