इब्न-ए-सफ़ी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का इब्न-ए-सफ़ी
नाम | इब्न-ए-सफ़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Ibn-e-Safi |
जन्म की तारीख | 1928 |
मौत की तिथि | 1980 |
जन्म स्थान | Karachi |
कविताएं
Ghazal 9
Nazam 1
Couplets 11
Love 12
Sad 5
Heart Broken 11
Bewafa 1
Hope 2
Friendship 1
देशभक्तिपूर्ण 1
ख्वाब 2
Sharab 3
किसी की सदा
ज़मीन की कोख ही ज़ख़्मी नहीं अंधेरों से
लिखने को लिख रहे हैं ग़ज़ब की कहानियाँ
हुस्न बना जब बहती गंगा
डूब जाने की लज़्ज़तें मत पूछ
दिन के भूले को रात डसती है
दिल सा खिलौना हाथ आया है
देख कर मेरा दश्त-ए-तन्हाई
चाँद का हुस्न भी ज़मीन से है
बुझ गया दिल तो ख़राबी हुई है
बिल-आख़िर थक हार के यारो हम ने भी तस्लीम किया
अजीब बात है कीचड़ में लहलहाए कँवल
ज़ेहन से दिल का बार उतरा है
यूँही वाबस्तगी नहीं होती
राह-ए-तलब में कौन किसी का अपने भी बेगाने हैं
लब-ओ-रुख़्सार ओ जबीं से मिलिए
कुछ तो तअल्लुक़ कुछ तो लगाओ
कुछ भी तो अपने पास नहीं जुज़-मता-ए-दिल
छलकती आए कि अपनी तलब से भी कम आए
बड़े ग़ज़ब का है यारो बड़े अज़ाब का ज़ख़्म
आज की रात कटेगी क्यूँ कर साज़ न जाम न तो मेहमान