जगत मोहन लाल रवाँ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का जगत मोहन लाल रवाँ

जगत मोहन लाल रवाँ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का जगत मोहन लाल रवाँ
नामजगत मोहन लाल रवाँ
अंग्रेज़ी नामJagat Mohan Lal Ravan
जन्म की तारीख1889
मौत की तिथि1934

तुम तेशा-ए-बाग़बाँ से क्यूँ मुज़्तर हो

सरमाया-ए-ए'तिबार दे दें तुम को

फूलों से तमीज़-ए-ख़ार पैदा कर लें

नाला तेरा नाज़ से बाला है

मिलना किस काम का अगर दिल न मिले

हर क़ल्ब पे बिजलियाँ गिराती आई

अंदाज़-ए-जफ़ा बदल के देखो तो सही

अफ़्लास अच्छा न फ़िक्र-ए-दौलत अच्छी

अब दुश्मन-ए-जाँ ही कुल्फ़त-ए-ग़म साक़ी

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