हमारे बाल-ओ-पर में
आसमाँ पैमाई लिक्खी थी
किसी मरते परिंदे ने
हमें पर्वाज़ सौंपी थी
हमें इस इन्तिहा-ए-शब में फिर
तन्हा
सितारे चुगने जाना है
सितारो
हम किसे ए'जाज़ बख़्शेंगे
किसे अपने परों की गर्द से लिपटी हुई
ये आख़िरी पर्वाज़ बख़्शेंगे
Jaun Eliya
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आख़िरी अलमिया
ऐ हवा शोर कर
वही मैं हूँ वही मेरी कहानी है
नसब-नामा
सवाल उस से हमारा कहाँ निबाह का है