मुबारक अंसारी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का मुबारक अंसारी

मुबारक अंसारी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का मुबारक अंसारी
नाममुबारक अंसारी
अंग्रेज़ी नामMubarak Ansari

तिरे सुख़न के सदा लोग होंगे गिरवीदा

ज़मीन-ए-फ़िक्र में लफ़्ज़ों के जंगल छोड़ जाना

ये दोस्ती का तक़ाज़ा है इस को ध्यान में रख

उसी के प्यार को दिल से निकाल रक्खा है

फिसलने वाला था ख़ुद को मगर सँभाल गया

नफ़स नफ़स को हवा की रिकाब में रखना

कुछ अब के जंग पे उस की गिरफ़्त ऐसी थी

खींच कर मुझ को हर इक नक़्श-ओ-निशाँ ले जाए

हम तिरे शहर से यूँ जान-ए-वफ़ा लौट आए

गुमाँ की क़ैद-ए-हिसार-ए-क़यास से निकलो

Mubarak Ansari Poetry in Hindi - Read Best Poetry, Ghazals & Nazams by Mubarak Ansari including Sad Shayari, Hope Poetry, Inspirational Poetry, Sher SMS & Sufi Shayari in Hindi written by great Sufi Poet Mubarak Ansari. Free Download all kind of Mubarak Ansari Poetry in PDF. Best of Mubarak Ansari Poetry in Hindi. Mubarak Ansari Ghazals and Inspirational Nazams for Students.