मुफ़्ती सदरुद्दीन आज़ुर्दा कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का मुफ़्ती सदरुद्दीन आज़ुर्दा
नाम | मुफ़्ती सदरुद्दीन आज़ुर्दा |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Mufti Sadruddin Aazurda |
जन्म स्थान | Delhi |
नासेह यहाँ ये फ़िक्र है सीना भी चाक हो
मैं और ज़ौक़-ए-बादा-कशी ले गईं मुझे
कटती किसी तरह से नहीं ये शब-ए-फ़िराक़
इस दर्द-ए-जुदाई से कहीं जान निकल जाए
फ़लक ने भी सीखे हैं तेरे ही तौर
ऐ दिल तमाम नफ़अ है सौदा-ए-इश्क़ में
ऐ दिल तमाम नफ़अ' है सौदा-ए-इश्क़ में
'आज़ुर्दा' मर के कूचा-ए-जानाँ में रह गया
ये कह के रख़्ना डालिए उन के हिजाब में
निकलना हो दिल से दुश्वार क्यूँ
नालों से मेरे कब तह-ओ-बाला जहाँ नहीं
नालों से मेरे कब तह-ओ-बाला जहाँ नहीं
क्या जानो जो असर है दम-ए-शो'ला-ताब में
काश मक़्बूल हो दुआ-ए-अदू
इक बात पर बिगड़े गए न जो उम्र-भर मिले
अगर हम न थे ग़म उठाने के क़ाबिल