मुमताज़ राशिद कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का मुमताज़ राशिद
नाम | मुमताज़ राशिद |
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अंग्रेज़ी नाम | Mumtaz Rashid |
वक़्त-ए-मायूसी है कोई आसरा बाक़ी रहे
थकन के साथ बढ़ा हल्क़ा-ए-नज़र मेरा
सीने का बोझ अश्कों में ढलते हुए भी देख
शिकस्ता लम्हों का तू वक़्त को हिसाब न दे
शिकस्ता छत न सही आसमान रहने दे
सकूँ मिला है मगर इज़्तिराब जैसा है
सैल-ए-ख़ूँ पैकर-ए-अशआ'र में ढलता ही नहीं
रंग अल्फ़ाज़ का अल्फ़ाज़ से गहरा चाहूँ
पाया कोई शजर न कोई आसरा लगा
न फ़ासलों में ख़लिश न राहत है क़ुर्बतों में
कुछ तो मुश्किल में काम आते हैं
ख़ून-ए-एहसास को मौजों की रवानी समझे
खो न जाए कहीं हर ख़्वाब सदाओं की तरह
फ़ज़ा में बिखरे हुए रंग झिलमिलाते क्या
दिल के जलते हुए ज़ख़्मों का मुदावा बन कर