राज़ मुरादाबादी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का राज़ मुरादाबादी
नाम | राज़ मुरादाबादी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Raaz Muradabadi |
रंग-ओ-बू के पर्दे में कौन ये ख़िरामाँ है
किसी के वादा-ए-सब्र-आज़मा की ख़ैर कि हम
हर इक शिकस्त-ए-तमन्ना पे मुस्कुराते हैं
ग़म कि था हरीफ़-ए-जाँ अब हरीफ़-ए-जानाँ है
भरी बहार में दामन-ए-दरीदा हैं हम लोग