सूरज सितारे चाँद मिरे सात में रहे
जब तक तुम्हारे हात मिरे हात में रहे
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ज़िंदगी की हर कहानी बे-असर हो जाएगी
मेरे कारोबार में सब ने बड़ी इमदाद की
मैं ने अपनी ख़ुश्क आँखों से लहू छलका दिया
मैं लाख कह दूँ कि आकाश हूँ ज़मीं हूँ मैं
ये सर्द रातें भी बन कर अभी धुआँ उड़ जाएँ
चराग़ों का घराना चल रहा है
रात की धड़कन जब तक जारी रहती है
रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है
मोहब्बतों के सफ़र पर निकल के देखूँगा
सिसकती रुत को महकता गुलाब कर दूँगा
बैठे बैठे कोई ख़याल आया
तेरी हर बात मोहब्बत में गवारा कर के