राज़िक़ अंसारी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का राज़िक़ अंसारी
नाम | राज़िक़ अंसारी |
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अंग्रेज़ी नाम | Raziq Ansari |
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ईमेल | [email protected] |
तुम किसी तौर किसी शक्ल नहीं कर सकते
मैं हूँ मेरी चश्म-ए-तर है रात है तंहाई है
खुले में छोड़ रखा है मगर सलीक़े से
आँसू अपनी चश्म-ए-तर से निकलें तो