साहिल अहमद कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का साहिल अहमद

साहिल अहमद  कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का साहिल अहमद
नामसाहिल अहमद
अंग्रेज़ी नामSahil Ahmad
जन्म स्थानAllahabad

उन से ऐ दोस्त मिरा यूँ कोई रिश्ता तो न था

शेर गुफा से निकलेगा

रो पड़ीं आँखें बहुत 'साहिल' मिरी

मकड़ियों ने जब कहीं जाला तना

किस तसव्वुर के तहत रब्त की मंज़िल में रहा

कल तलक सहरा बसा था आँख में

बकरी ''में-में'' करती है

अब के वो ऐसे सफ़र पर क्या गए

आज कुआँ भी चीख़ उठा है

शफ़्फ़ाफ़ रंग

किसी आईने का

ख़ुद को ख़ुद में तहलील करो

घर

बे-घरी

असासा

आँसू

उस की आँखों में थी गहराई बहुत

नौ-ब-नौ एक उमडता हुआ तूफ़ान था मैं

नक़्श डरेगा जंगल में

मैं लबादा ओढ़ कर जाने लगा

क्या परिंदे लौट कर आए नहीं

धूप थी साया उठा कर रख दिया

चीख़ती गाती हवा का शोर था

आँख से आँसू टपका होगा

आईना मेरा बदल कर ले गया

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