साइम जी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का साइम जी

साइम जी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का साइम जी
नामसाइम जी
अंग्रेज़ी नामSaim Ji
जन्म की तारीख1983

तुम्हारे लम्स को ख़ुद मैं उतार सकता हूँ

पहले जो हम चले तो फ़क़त यार तक चले

नज़र में वो उतारे जा रहे हैं

नहीं है याद कि वो याद कब नहीं आया

मुख़्तसर वक़्त है पर बातें कर

कहानी यूँ अधूरी चल रही है

कभी ज़ुहूर में आ जा कमाल होने दे

हम फ़क़ीरों की जेब ख़ाली है

दयार-ए-हब्स में बुझते हुए चराग़ों को

दयार-ए-दिल से किसी का गुज़र ज़रूरी था

चल तुझे यार घुमा लाता हूँ

बर-सर-ए-दर्द ज़माने का भी सोचा जाए

आँखों को ख़्वाब-नाक बनाना पड़ा मुझे

Saim Ji Poetry in Hindi - Read Best Poetry, Ghazals & Nazams by Saim Ji including Sad Shayari, Hope Poetry, Inspirational Poetry, Sher SMS & Sufi Shayari in Hindi written by great Sufi Poet Saim Ji. Free Download all kind of Saim Ji Poetry in PDF. Best of Saim Ji Poetry in Hindi. Saim Ji Ghazals and Inspirational Nazams for Students.