शफ़ीक़ जौनपुरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का शफ़ीक़ जौनपुरी
नाम | शफ़ीक़ जौनपुरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Shafiq Jaunpuri |
जन्म की तारीख | 1903 |
मौत की तिथि | 1963 |
तुझे हम दोपहर की धूप में देखेंगे ऐ ग़ुंचे
कश्ती का ज़िम्मेदार फ़क़त नाख़ुदा नहीं
कमाल-ए-आशिक़ी हर शख़्स को हासिल नहीं होता
जला वो शम्अ कि आँधी जिसे बुझा न सके
इश्क़ की इब्तिदा तो जानते हैं
फ़रेब-ए-रौशनी में आने वालो मैं न कहता था
आ गया था एक दिन लब पर जफ़ाओं का गिला
यूँ तसव्वुर में बसर रात किया करते थे
वो गर्म आँसुओं की रवानी तमाम रात
पर्दा पड़ा हुआ था ख़ुदी ने उठा दिया
मौसम-ए-गुल है न दौर-जाम-ओ-सहबा रह गया
कोई टूटी हुई कश्ती का तख़्ता भी अगर है ला
कली पर मुस्कुराहट आज भी मालूम होती है
कब से इस दुनिया को सरगर्म-ए-सफ़र पाता हूँ मैं
ऐसी नींद आई कि फिर मौत को प्यार आ ही गया