शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम (page 12)
नाम | शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम |
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अंग्रेज़ी नाम | Shaikh Zahuruddin Hatim |
जन्म की तारीख | 1699 |
मौत की तिथि | 1783 |
जन्म स्थान | Delhi |
चमन में दहर के हर गुल है कान की सूरत
बे तिरे जान न थी जान मिरी जान के बीच
बंदा अगर जहाँ में बजाए ख़ुदा नहीं
बाग़ में तू कभू जो हँसता है
औक़ात-ए-शैख़ गो कि सुजूद ओ क़याम है
अजब अहवाल देखा इस ज़माने के अमीरों का
ऐ दिल न कर तू फ़िक्र पड़ेगा बला के हाथ
अब्र में याद-ए-यार आवे है
अब की चमन में गुल का ने नाम ओ ने निशाँ है
आशिक़ों के सैर करने का जहाँ ही और है
आशिक़ का जहाँ में घर न देखा
आज दिलबर के नाम को रट रट
आई ईद व दिल में नहीं कुछ हवा-ए-ईद
आगे क्या तुम सा जहाँ में कोई महबूब न था
आब-ए-हयात जा के किसू ने पिया तो क्या