शारिक़ जमाल कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का शारिक़ जमाल
नाम | शारिक़ जमाल |
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अंग्रेज़ी नाम | Shariq Jamal |
ख़्वाब ऐसा भी नज़र आया है अक्सर मुझ को
जब आफ़्ताब की आग इस ज़मीं को चाटेगी
दिखाई देंगे जो गुल मेज़ पर क़रीने से
देख न पाया जिस पैकर को वादों की अँगनाई में
अधूरा जिस्म लिए पीछे हट रहा हूँ मैं