मैं बताता हूँ ज़वाल-ए-अहल-ए-यूरोप का प्लान
अहल-ए-यूरोप को मुसलामानों के घर पैदा करो
Gulzar
Allama Iqbal
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अपनी ख़बर नहीं है ब-जुज़ ईं क़दर मुझे
गडमड
पुरानी मोटर
ख़राबी
मुझ से मत कर यार कुछ गुफ़्तार मैं रोज़े से हूँ
औरतों की असेंबली
अपनी ख़बर नहीं है ब-जुज़ इस क़दर मुझे
जवाज़
तन-आसानी नहीं जाती रिया-कारी नहीं जाती
असास
उन का दरवाज़ा था मुझ से भी सिवा मुश्ताक़-ए-दीद