तख़्त सिंह कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का तख़्त सिंह
नाम | तख़्त सिंह |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Takht Singh |
एक आवाज़
ढलती रात
भूली-बिसरी रात
मिरे ख़याल का साया जहाँ पड़ा होगा
हर अश्क तिरी याद का नक़्श-ए-कफ़-ए-पा है
एक एक क़तरा उस का शो'ला-फ़िशाँ सा है
दूर तक परछाइयाँ सी हैं रह-ए-अफ़्कार पर