मंदिर भी साफ़ हम ने किए मस्जिदें भी पाक
मुश्किल ये है कि दिल की सफ़ाई न हो सकी
Wasi Shah
Rahat Indori
Ahmad Faraz
Mir Taqi Mir
Parveen Shakir
Mohsin Naqvi
Allama Iqbal
Jaun Eliya
Gulzar
Anwar Masood
Faiz Ahmad Faiz
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फ़ित्ना-आरा शोरिश-ए-उम्मीद है मेरे लिए
दरवाज़े पे तेरे इक जहाँ झुकता है
बदनाम हूँ पर आशिक़-ए-बदनाम तुम्हारा
नज़र उठा दिल-ए-नादाँ ये जुस्तुजू क्या है
बुरा हो उल्फ़त-ए-ख़ूबाँ का हम-नशीं हम तो
दिल के तालिब नज़र आते हैं हसीं हर जानिब
रंगीनी-बज़्म-ओ-बू किस की है
जंगल की ये दिल-नशीं फ़ज़ा ये बरसात
ये किस से आज बरहम हो गई है
शहीद भगत-सिंह
तलातुम आरज़ू में है न तूफ़ाँ जुस्तुजू में है
ख़ाक-ए-हिंद