धुआं Poetry

पतझड़ का मौसम था लेकिन शाख़ पे तन्हा फूल खिला था

बिमल कृष्ण अश्क

बशारत के कासों में

हामिद जीलानी

गुंग हैं सारी ज़मीनें आसमाँ हैरत-ज़दा

आज़ाद हुसैन आज़ाद

सुलग रहा है कोई शख़्स क्यूँ अबस मुझ में

अब्दुल्लाह कमाल

रौशनी के सिलसिले ख़्वाबों में ढल कर रह गए

असरार ज़ैदी

सब ने देखा मुझे उठता हुआ मेरे घर से

अजमल सिद्दीक़ी

सूरज की पहली किरन

अमजद इस्लाम अमजद

हर वो हंगामा ना-गहाँ गुज़रा

ज़ेर-ए-बाम गुम्बद-ए-ख़ज़रा अज़ाँ

ज़ुल्फ़िकार नक़वी

कूज़ा-गर देख अगर चाक पे आना है मुझे

ज़ुल्फ़िकार नक़वी

दिल में रक्खा था शरार-ए-ग़म को आँसू जान के

ज़ुहैर कंजाही

जला है दिल या कोई घर ये देखना लोगो

ज़ुबैर रिज़वी

कहाँ मैं जाऊँ ग़म-ए-इश्क़-ए-राएगाँ ले कर

ज़ुबैर रिज़वी

हर तरफ़ फैला हुआ था बे-यक़ीनी का धुआँ

ज़ुबैर फ़ारूक़

दिल का ग़म से ग़म का नम से राब्ता बनता गया

ज़ुबैर फ़ारूक़

शाम का पहला तारा

ज़ेहरा निगाह

क़िस्सा गुल-बादशाह का

ज़ेहरा निगाह

मुस्लिम मुस्लिम फ़सादात

ज़ेहरा निगाह

36

ज़ीशान साहिल

दिल धुआँ देने लगे आँख पिघलने लग जाए

ज़ीशान अतहर

पहले मुझ को भी ख़याल-ए-यार का धोका हुआ

ज़ेब ग़ौरी

चोर दरवाज़ा खुला रहता है

ज़ाहिद इमरोज़

जब आशिक़ी में मेरा कोई राज़-दाँ नहीं

ज़ाहिद चौधरी

उस के अल्फ़ाज़-ए-तसल्ली ने रुलाया मुझ को

ज़हीर सिद्दीक़ी

मकीन ही अजीब हैं

ज़हीर सिद्दीक़ी

दर्द तो ज़ख़्म की पट्टी के हटाने से उठा

ज़हीर सिद्दीक़ी

दिल मर चुका है अब न मसीहा बना करो

ज़हीर काश्मीरी

वो झूटा इश्क़ है जिस में फ़ुग़ाँ हो

ज़हीर देहलवी

बे-हिसी पर हिस्सियत की दास्ताँ लिख दीजिए

ज़फ़र सहबाई

मिरे निशान बहुत हैं जहाँ भी होता हूँ

ज़फ़र इक़बाल

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.