मुझे उस जुनूँ की है जुस्तुजू जो चमन को बख़्श दे रंग ओ बू
जो नवेद-ए-फ़स्ल-ए-बहार हो मुझे उस नज़र की तलाश है
Faiz Ahmad Faiz
Javed Akhtar
Ahmad Faraz
Parveen Shakir
Jaun Eliya
Allama Iqbal
Habib Jalib
Mir Taqi Mir
Gulzar
Mohsin Naqvi
Anwar Masood
Wasi Shah
Love Poetry
Funny Poetry
Sad Poetry
Rain Poetry
Sharabi Poetry
Friends Poetry
(503) Peoples Rate This
देखिए कब राह पर ठीक से उट्ठें क़दम
जीने का लुत्फ़ कुछ तो उठाओ नशे में आओ
वो वादे याद नहीं तिश्ना है मगर अब तक
सुर्ख़ दामन में शफ़क़ के कोई तारा तो नहीं
हम को हाजत नहीं नक़ीबों की
ये ज़िंदगी की रात है तारीक किस क़दर
दिल अज़ल से मरकज़-ए-आलाम है
माँ
पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी
मोहब्बत की सज़ा तर्क-ए-मोहब्बत
ख़ूनी क़िला