ज़हरा क़रार कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ज़हरा क़रार

ज़हरा क़रार कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ज़हरा क़रार
नामज़हरा क़रार
अंग्रेज़ी नामZahraa Qarar

ज़ोर से थोड़ी उसे पुकारा करना है

रखी न गई दिल में कोई बात छुपा कर

हक़ीक़तों को फ़साना नहीं बनाती मैं

हक़ीक़तों को फ़साना नहीं बनाती मैं

घटने वाले थे जब अज़ाब मिरे

घटने वाले थे जब अज़ाब मरे

चीज़ जो भूल कर गई हुई थी

चीज़ जो भूल कर गई हुई थी

चाँद की बेबसी को समझूँगी

चाँद की बेबसी को समझूँगी

आप को क्यूँ नहीं लगा पत्थर

Zahraa Qarar Poetry in Hindi - Read Best Poetry, Ghazals & Nazams by Zahraa Qarar including Sad Shayari, Hope Poetry, Inspirational Poetry, Sher SMS & Sufi Shayari in Hindi written by great Sufi Poet Zahraa Qarar. Free Download all kind of Zahraa Qarar Poetry in PDF. Best of Zahraa Qarar Poetry in Hindi. Zahraa Qarar Ghazals and Inspirational Nazams for Students.