ज़ीशान साहिल कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ज़ीशान साहिल

ज़ीशान साहिल कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ज़ीशान साहिल
नामज़ीशान साहिल
अंग्रेज़ी नामZeeshan Sahil
जन्म की तारीख1961
मौत की तिथि2008
जन्म स्थानKarachi

वो दास्तान मुकम्मल करे तो अच्छा है

मैं ज़िंदगी के सभी ग़म भुलाए बैठा हूँ

कोई आ के हमें ढूँडेगा तो खो जाएगा

कितने हैं लोग ख़ुद को जो खो कर उदास हैं

किस क़दर महदूद कर देता है ग़म इंसान को

खिड़की के रस्ते से लाया करता हूँ

जो वो नहीं था तो मैं मुत्तफ़िक़ था लोगों से

जो हमें पा के भी खोने से बहुत पीछे था

गुज़र गई है मगर रोज़ याद आती है

बस एक रंग है दिल में किसी के होने से

अब तो ये शायद किसी भी काम आ सकता नहीं

आया था मेरे पास वो कुछ देर के लिए

ज़ैतून का दरख़्त

ये एक मोहब्बत है

ये आँसू नहीं

यादें

याद

तालिबान

सूरा-ए-फ़ातिहा

सूई

सीढ़ियाँ..... एक मामूली मुकालिमा

शाइरों

शाइर

शहरी सहूलतें

शायर और मसख़रे

शायर

सय्याह

साँप

सफ़ेद ख़रगोश की गेंद

रंग

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