फ़ाइरिंग

फ़ाइरिंग हो रही है

फ़ाइरिंग हो रही है

क्रिकेट खेलते हुए बच्चे

शोर मचाते हैं

मगर घर में नहीं जाते

जैसे फ़ाइरिंग एक जदीद लोक गीत है

जिस की धुन पर

शोर मचाते दौड़ते हुए

क्रिकेट खेली जा सकती है

या फिर

बच्चों गिनती सिखाने का

कोई नया तरीक़ा

वो रोज़ाना एक से दस

दस से सौ

और फिर बग़ैर रुके सौ से हज़ार तक जा पहुँचे हैं

मगर फ़ाइरिंग बंद नहीं होती

वो मुसलसल जारी रहती है

हमें पता चलता है

बहुत मा'मूली वज्ह से

फ़ाइरिंग होती रहती है

दो दोस्त एक चिड़िया को

कपड़े से बनी एक डरी हुई चिड़िया को मारने के लिए निशाना बाज़ी की मश्क़ कर रहे थे

या दो भाई छत पर रखे हुए

घी के ख़ाली डिब्बों शर्बत की बोतलों को

आसानी से नीचे लाना चाह रहे थे

या दीवार पर चिपके हुए

पचास पैसे के खोटे सिक्के को

ज़मीन पर गिराने के लिए

इतनी गोलियाँ चलाईं गईं

कि लोग डर गए

उन्हें डरना नहीं चाहिए

हम कहते हैं इतनी छोटी बातों पर

उन्हें डरना नहीं चाहिए

फ़ाइरिंग तो आग़ाज़ है

कछवे और ख़रगोश की दौड़ का

चूहे और बिल्ली के मुक़ाबले का

अगर आप उसे मौसीक़ी समझते हैं

तो फिर पूरी तरह उस से लुत्फ़-अंदोज़ हूँ

शोर समझते हैं

तो अपने कानों में रूई ठूँस लें

दस्तक समझते हैं

तो अपने घर का दरवाज़ा

दिल की तरह बंद रखें

और जब तक

फ़ाइरिंग हो रही है

बाहर न निकलें

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Firing In Hindi By Famous Poet Zeeshan Sahil. Firing is written by Zeeshan Sahil. Complete Poem Firing in Hindi by Zeeshan Sahil. Download free Firing Poem for Youth in PDF. Firing is a Poem on Inspiration for young students. Share Firing with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.