ज़ुहूर-उल-इस्लाम जावेद कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ज़ुहूर-उल-इस्लाम जावेद
नाम | ज़ुहूर-उल-इस्लाम जावेद |
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अंग्रेज़ी नाम | Zuhoor-ul-Islam Javed |
तेवर भी देख लीजिए पहले घटाओं के
तेरा अंदाज़-ए-सुख़न सब से जुदा लगता है
फिर सर-ए-दार-ए-वफ़ा रस्म ये डाली जाए
नाकामी-ए-सद-हसरत-ए-पारीना से डर जाएँ
कभी जब्र-ओ-सितम के रू-ब-रू सर ख़म नहीं होता
काम हैं और ज़रूरी कई करने के लिए
जितनी भी तेज़ हो सके रफ़्तार कर के देख
फ़रज़ाना हूँ और नब्ज़-शनास-ए-दो-जहाँ हूँ
फ़लक को फ़िक्र कोई मेहर-ओ-माह तक पहोंचे
दानिश-ओ-फ़हम का जो बोझ सँभाले निकले