आग में क्या क्या जला है शब भर
कितनी ख़ुश-रंग दिखाई दी है
Anwar Masood
Jaun Eliya
Javed Akhtar
Habib Jalib
Mohsin Naqvi
Mir Taqi Mir
Allama Iqbal
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Gulzar
Ahmad Faraz
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इमेजेज़
गो बरसती नहीं सदा आँखें
वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर
कंधे झुक जाते हैं
वक़्त-1
जब भी ये दिल उदास होता है
कहीं तो गर्द उड़े या कहीं ग़ुबार दिखे
लिबास
तख़्लीक़
सिद्धार्थ की एक रात
हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में
नज़्म