कीमत Poetry (page 1)

चौकीदार

बुशरा सईद

छोटे क़द के लोग

एहतिशाम अख्तर

बदन को छू लें तिरे और सुर्ख़-रू हो लें

ले के दिल कहते हो उल्फ़त क्या है

कुछ गुनह नहीं इस में ए'तिराफ़ ही कर लो

ज़ुल्फ़िक़ार अहमद ताबिश

इश्क़ ने कर दिया क्या क्या सुख़न-आरा तिरे नाम

ज़िया फ़ारूक़ी

शायर

ज़ीशान साहिल

नज़्म

ज़ीशान साहिल

हमें कहा जाएगा

ज़ीशान साहिल

सभी को ख़्वाहिश-ए-तस्ख़ीर-ए-शौक़-ए-हुक्मरानी है

ज़ाकिर ख़ान ज़ाकिर

लाख ऊँची सही ऐ दोस्त किसी की आवाज़

ज़ाहिद कमाल

मिरे निशान बहुत हैं जहाँ भी होता हूँ

ज़फ़र इक़बाल

बदला ये लिया हसरत-ए-इज़हार से हम ने

ज़फ़र इक़बाल

बात ऐसी भी कोई नहीं कि मोहब्बत बहुत ज़ियादा है

ज़फ़र इक़बाल

अजब कोई ज़ोर-ए-बयाँ हो गया हूँ

ज़फ़र इक़बाल

दरिया की रवानी वही दहशत भी वही है

यासमीन हमीद

तिरी उल्फ़त में जितनी मेरी ज़िल्लत बढ़ती जाती है

वासिफ़ देहलवी

बयाँ ऐ हम-नशीं ग़म की हिकायत और हो जाती

वासिफ़ देहलवी

ये माना शीशा-ए-दिल रौनक़-ए-बाज़ार-ए-उल्फ़त है

वामिक़ जौनपुरी

ज़बाँ तक जो न आए वो मोहब्बत और होती है

वामिक़ जौनपुरी

मत ग़ुस्से के शो'ले सूँ जलते कूँ जलाती जा

वली मोहम्मद वली

हुस्न पर बोझ हुए उस के ही वा'दे अब तो

वली आलम शाहीन

नायाब है सुकून दिल-ए-बे-क़रार में

वाजिद अली शाह अख़्तर

मोहब्बत से बंदा बना लीजिएगा

वाजिद अली शाह अख़्तर

ना-मुरादी ही लिखी थी सो वो पूरी हो गई

वजद चुगताई

परोमीथियस

वहीद अख़्तर

खिलौने

वहीद अहमद

यास ओ उमीद

उरूज क़ादरी

निगाहें नीची रखते हैं बुलंदी के निशाँ वाले

तुर्फ़ा क़ुरैशी

रेआया ज़ुल्म पे जब सर उठाने लगती है

तारिक़ क़मर

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.