लुभाना Poetry (page 2)

गुलशन-ए-जग में ज़रा रंग-ए-मोहब्बत नीं है

दाऊद औरंगाबादी

होश आते ही हसीनों को क़यामत आई

दाग़ देहलवी

दुनिया में इबादत को तिरी आए हुए हैं

बहराम जी

पस-ए-दीवार हुज्जत किस लिए है

अता आबिदी

ख़रीदारी-ए-जिंस-ए-हुस्न पर रग़बत दिलाता है

अरशद अली ख़ान क़लक़

ये जी में आता है जल जल के हर ज़माँ नासेह

अरशद अली ख़ान क़लक़

रग-ओ-पै में भरा है मेरे शोर उस की मोहब्बत का

अरशद अली ख़ान क़लक़

हवस बला की मोहब्बत हमें बला की है

अनवर शऊर

पी के जीते हैं जी के पीते हैं

अल्ताफ़ मशहदी

कौन उतरा नज़र के ज़ीने से

अल्ताफ़ मशहदी

कारोबारी शहरों में ज़ेहन-ओ-दिल मशीनें हैं जिस्म कारख़ाना है

ऐनुद्दीन आज़िम

अब तिरे ज़िक्र पे हम बात बदल देते हैं

अहमद फ़राज़

साक़िया एक नज़र जाम से पहले पहले

अहमद फ़राज़

जबीन-ए-शौक़ पर कोई हुआ है मेहरबाँ शायद

अबु मोहम्मद वासिल

पहले बड़ी रग़बत थी तिरे नाम से मुझ को

अब्दुल हमीद अदम

कितनी बे-साख़्ता ख़ता हूँ मैं

अब्दुल हमीद अदम

ख़ाली है अभी जाम मैं कुछ सोच रहा हूँ

अब्दुल हमीद अदम

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.