निर्माता Poetry (page 21)

ये कैसी सरगोशी-ए-अज़ल साज़-ए-दिल के पर्दे हिला रही है

अब्दुल हमीद अदम

वो अबरू याद आते हैं वो मिज़्गाँ याद आते हैं

अब्दुल हमीद अदम

उन को अहद-ए-शबाब में देखा

अब्दुल हमीद अदम

साक़ी शराब ला कि तबीअ'त उदास है

अब्दुल हमीद अदम

मय-ख़ाना-ए-हस्ती में अक्सर हम अपना ठिकाना भूल गए

अब्दुल हमीद अदम

कितनी बे-साख़्ता ख़ता हूँ मैं

अब्दुल हमीद अदम

अब दो-आलम से सदा-ए-साज़ आती है मुझे

अब्दुल हमीद अदम

आँखों से तिरी ज़ुल्फ़ का साया नहीं जाता

अब्दुल हमीद अदम

क्या सहल समझे हो कहीं धब्बा छुटा न हो

अब्दुल हलीम शरर

क्या सहल समझे हो कहीं धब्बा छुटा न हो

अब्दुल हलीम शरर

क़ुर्ब नस नस में आग भरता है

अब्दुल अज़ीज़ ख़ालिद

तेरी रूह में सन्नाटा है और मिरी आवाज़ में चुप

अब्बास ताबिश

ग़म-ओ-अलम भी हैं तुम से ख़ुशी भी तुम से है

अातिश बहावलपुरी

ख़मोश बैठे हो क्यूँ साज़-ए-बे-सदा की तरह

अातिश बहावलपुरी

इंतिहा होने से पहले सोच ले

अस्नाथ कंवल

तिरे कूचे का रहनुमा चाहता हूँ

आसी ग़ाज़ीपुरी

क़तरा वही कि रू-कश-ए-दरिया कहें जिसे

आसी ग़ाज़ीपुरी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.