अचानक Poetry (page 3)

शहर से कोई मज़ाफ़ात में आया हुआ था

राशिद अमीन

इंकिशाफ़

राशिद आज़र

रिश्ता-ए-दिल भी किसी दिन ख़्वाब सा हो जाएगा

रशीद कामिल

चुप है आग़ाज़ में, फिर शोर-ए-अजल पड़ता है

इरफ़ान सत्तार

मैं कई बरसों से तेरी जुस्तुजू करती रही

इरम ज़ेहरा

इतनी सी इस जहाँ की हक़ीक़त है और बस

हुसैन सहर

मुँह अपनी रिवायात से फेरा नहीं करते

हसन रिज़वी

सफ़र दीवार-ए-गिर्या का

हसन अब्बास रज़ा

हिरासत

गुलज़ार

नज़्म

गोपाल मित्तल

लब पे सुर्ख़ी की जगह जो मुस्कुराहट मल रहे हैं

ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर

लम्हा गुज़र गया है कि अर्सा गुज़र गया

गौतम राजऋषि

ये सच नहीं कि तमाज़त से डर गई है नदी

फ़िरदौस गयावी

मुनव्वर जिस्म-ओ-जाँ होने लगे हैं

फ़सीह अकमल

सुब्ह होती है तो दफ़्तर में बदल जाता है

फ़रियाद आज़र

ना-रसाई

फ़रहत एहसास

ख़ुद-आगही

फ़रहत एहसास

नहीं देखता दिन जिसे चश्म-ए-शब देखती है

फ़रहत एहसास

लगे हुए हैं ज़माने के इंतिज़ाम में हम

फ़रहत एहसास

ख़लल आया न हक़ीक़त में न अफ़्साना बना

फ़रहत एहसास

कतबा

एजाज़ फ़ारूक़ी

कराची की बस

दिलावर फ़िगार

दूर के एक नज़ारे से निकल कर आई

दिलावर अली आज़र

बना रहा था कोई आब ओ ख़ाक से कुछ और

दिलावर अली आज़र

क्या वहीं मिलोगे तुम

दर्शिका वसानी

हुस्न के जल्वे लुटाए तिरी रा'नाई ने

चरख़ चिन्योटी

सुलगती रेत में इक चेहरा आब सा चमका

बृजेश अम्बर

जब छाई घटा लहराई धनक इक हुस्न-ए-मुकम्मल याद आया

बशर नवाज़

कहाँ से मंज़र समेट लाए नज़र कहाँ से उधार माँगे

लराज बख़्शी

धानी सुरमई सब्ज़ गुलाबी जैसे माँ का आँचल शाम

बद्र वास्ती

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.