आश्चर्य Poetry (page 2)

करम के इस दौर-ए-इम्तिहाँ से वो दौर-ए-मश्क़-ए-सितम ही अच्छा

याक़ूब उस्मानी

चाहती है आख़िर क्या आगही ख़ुदा-मालूम

याक़ूब उस्मानी

दरून-ए-हल्का-ए-ज़ंजीर हूँ मैं

याक़ूब तसव्वुर

सज दिया हैरत-ए-उश्शाक़ ने इस बुत का मकाँ

वज़ीर अली सबा लखनवी

रंग है ऐ साक़ी-ए-सरशार क़ैसर-बाग़ में

वज़ीर अली सबा लखनवी

जो अदू-ए-बाग़ हो बरबाद हो

वज़ीर अली सबा लखनवी

ऐ सबा जज़्ब पे जिस दम दिल-ए-नाशाद आया

वज़ीर अली सबा लखनवी

अलमिया

वज़ीर आग़ा

होंट मसरूफ़-ए-दुआ आँख सवाली क्यूँ है

वजीह सानी

दम-ए-विसाल ये हसरत रही रही न रही

वजीह सानी

ज़ब्त की कोशिश है जान-ए-ना-तवाँ मुश्किल में है

वहशत रज़ा अली कलकत्वी

शौक़ फिर कूचा-ए-जानाँ का सताता है मुझे

वहशत रज़ा अली कलकत्वी

बहार आई है आराइश-ए-चमन के लिए

वहशत रज़ा अली कलकत्वी

आरियों की पहली आमद हिन्दोस्तान में

वहीदुद्दीन सलीम

कोई उस के बराबर हो गया है

विकास शर्मा राज़

एक आश्ना अक्सर पास से गुज़रता है

उषा भदोरिया

आइने के रू-ब-रू इक आइना रखता हूँ मैं

तौसीफ ताबिश

होते हैं ख़ुश किसी की सितम-रानियों से हम

तिलोकचंद महरूम

आइना मिलता तो शायद नज़र आते ख़ुद को

तौसीफ़ तबस्सुम

तमाम उम्र-ए-रवाँ का माल हैरत है

तसनीम आबिदी

बे-तलब कर के ज़रूरत भी चली जाए अगर

तसनीम आबिदी

ख़ुश्क आँखों से कहाँ तय ये मसाफ़त होगी

तारिक़ क़मर

वो आईना है तो हैरत किसी जमाल की हो

तारिक़ नईम

हवा का हुक्म भी अब के नज़र में रक्खा जाए

तारिक़ नईम

अगर कुछ भी मिरे घर से दम-ए-रुख़्सत निकलता है

तारिक़ नईम

दर्द-आमेज़ है कुछ यूँ मिरी ख़ामोशी भी

तालीफ़ हैदर

हिज्र बख़्शा कभी विसाल दिया

तैमूर हसन

आइने को तिरी सूरत से न हो क्यूँ कर हैरत

ताबाँ अब्दुल हई

ग़ैर के हाथ में उस शोख़ का दामान है आज

ताबाँ अब्दुल हई

बड़ी हैरत से अरबाब-ए-वफ़ा को देखता हूँ मैं

सय्यद ज़मीर जाफ़री

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.