इच्छा Poetry (page 10)

आप ने अच्छा किया ततहीर-ए-ख़्वाहिश ही न की

राही फ़िदाई

ख़ुद को मुम्ताज़ बनाने की दिली-ख़्वाहिश में

राही फ़िदाई

हम न होते काख़-ए-मुश्त-ए-ख़ाक होता ग़ालिबन

राही फ़िदाई

कभी किसी से न हम ने कोई गिला रक्खा

इरफ़ान सत्तार

इधर कुछ दिन से दिल की बेकली कम हो गई है

इरफ़ान सत्तार

हर एक शक्ल में सूरत नई मलाल की है

इरफ़ान सत्तार

एक दुनिया की कशिश है जो इधर खींचती है

इरफ़ान सत्तार

अब तिरे लम्स को याद करने का इक सिलसिला और दीवाना-पन रह गया

इरफ़ान सत्तार

मैं कई बरसों से तेरी जुस्तुजू करती रही

इरम ज़ेहरा

उस ने भी कई रोज़ से ख़्वाहिश नहीं ओढ़ी

इक़बाल साजिद

मुसलसल जागने के बाद ख़्वाहिश रूठ जाती है

इक़बाल साजिद

एक भी ख़्वाहिश के हाथों में न मेहंदी लग सकी

इक़बाल साजिद

सूरज हूँ चमकने का भी हक़ चाहिए मुझ को

इक़बाल साजिद

सरसब्ज़ दिल की कोई भी ख़्वाहिश नहीं हुई

इक़बाल साजिद

संग-दिल हूँ इस क़दर आँखें भिगो सकता नहीं

इक़बाल साजिद

पता कैसे चले दुनिया को क़स्र-ए-दिल के जलने का

इक़बाल साजिद

इस साल शराफ़त का लिबादा नहीं पहना

इक़बाल साजिद

गड़े मर्दों ने अक्सर ज़िंदा लोगों की क़यादत की

इक़बाल साजिद

इक रिदा-ए-सब्ज़ की ख़्वाहिश बहुत महँगी पड़ी

इक़बाल साजिद

ऐसे घर में रह रहा हूँ देख ले बे-शक कोई

इक़बाल साजिद

मिरी ख़्वाहिश है दुनिया को भी अपने साथ ले आऊँ

इक़बाल नवेद

रात भर कोई न दरवाज़ा खुला

इक़बाल नवेद

अगरचे पार काग़ज़ की कभी कश्ती नहीं जाती

इक़बाल नवेद

नगर में रहते थे लेकिन घरों से दूर रहे

इक़बाल मिनहास

मर्ग-ए-गुल से पेशतर

इक़बाल हैदर

सिलसिला ख़त्म हुआ जलने जलाने वाला

इक़बाल अशहर

ख़ुदा ने लाज रखी मेरी बे-नवाई की

इक़बाल अशहर

हर एक शख़्स के विज्दान से ख़िताब करे

इंतिख़ाब सय्यद

अन-छूई कथा

इंजील सहीफ़ा

इंकिशाफ़

इनाम-उल-हक़ जावेद

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.