नृत्य Poetry (page 4)

एहसास तो मुझी पे कर रही है

शाहिदा हसन

नन्हा सा दिया है कि तह-ए-आब है रौशन

शाहिद कमाल

यूँ उलझ कर रह गई है तार-ए-पैराहन में रात

शाहीन ग़ाज़ीपुरी

अहल-ए-दुनिया के लिए ये माजरा है मुख़्तलिफ़

शाहीन बद्र

चमन की ख़ाक पे मौज-ए-बला ने रक़्स किया

शफ़क़ सुपुरी

तमाम उम्र की आवारगी पे भारी है

शबनम रूमानी

नग़्मा यूँ साज़ में तड़पा मिरी जाँ हो जैसे

शानुल हक़ हक़्क़ी

ब-पास-ए-एहतियात-ए-आरज़ू ये बार-हा हुआ

शाद आरफ़ी

ख़िरद के जुमला दसातीर से मुकरते हुए

सीमाब ज़फ़र

फ़िराक़-मौसम के आसमाँ में उजाड़ तारे जुड़े हुए हैं

सीमाब ज़फ़र

हक़ीक़त ज़ीस्त की समझा नहीं है

सीमा शर्मा मेरठी

अब्र ही अब्र है बरसता नईं

सीमा नक़वी

सोख़्ता कश्ती का मलबा मैं मिरा दिल और शाम

सय्यद नसीर शाह

इंटरनेट-स्थान की मलिका

सरवत ज़ेहरा

इक दास्तान अब भी सुनाते हैं फ़र्श ओ बाम

सरवत हुसैन

पेपर-वेट

सरवत हुसैन

फ़ुरात-ए-फ़ासिला से दजला-ए-दुआ से उधर

सरवत हुसैन

देखा जो उस तरफ़ तो बदन पर नज़र गई

सरवत हुसैन

दर-ए-मय-कदा है खुला हुआ सर-ए-चर्ख़ आज घटा भी है

सरदार सोज़

हद-बंदी-ए-ख़िज़ाँ से हिसार-ए-बहार तक

साक़ी फ़ारुक़ी

मुर्दा-ख़ाना

साक़ी फ़ारुक़ी

ख़रगोश की सरगुज़िश्त

साक़ी फ़ारुक़ी

बाकिरा

साक़ी फ़ारुक़ी

यहीं कहीं पे कभी शोला-कार मैं भी था

साक़ी फ़ारुक़ी

वक़्त अभी पैदा न हुआ था तुम भी राज़ में थे

साक़ी फ़ारुक़ी

मुझे ख़बर थी मिरा इंतिज़ार घर में रहा

साक़ी फ़ारुक़ी

मैं वो हूँ जिस पे अब्र का साया पड़ा नहीं

साक़ी फ़ारुक़ी

ख़राब हो गया जब मेरे जिस्म का काग़ज़

संजय मिश्रा शौक़

उसे भुला न सकी नक़्श इतने गहरे थे

सलमा शाहीन

हम झुकाते भी कहाँ सर को क़ज़ा से पहले

सलमा शाहीन

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.