सौदाई Poetry (page 3)

मिल चुका महफ़िल में अब लुत्फ़-ए-शकेबाई मुझे

बिस्मिल इलाहाबादी

जीने वाला ये समझता नहीं सौदाई है

बिस्मिल इलाहाबादी

तुम याद मुझे आ जाते हो

बहज़ाद लखनवी

कौन सा घर है कि ऐ जाँ नहीं काशाना तिरा और जल्वा-ख़ाना तिरा

बेदम शाह वारसी

उस ने कहा!

बाक़र मेहदी

गूँजता शहरों में तन्हाई का सन्नाटा तो है

बाक़र मेहदी

कोई रुस्वा कोई सौदाई है

अज़ीज़ हैदराबादी

कोई रुस्वा कोई सौदाई है

अज़ीज़ हैदराबादी

फ़र्ज़ानों की इस बस्ती में एक अजब सौदाई है

अतहर नफ़ीस

ख़िराज-अक़ीदत

असरार-उल-हक़ मजाज़

दिल धड़कता है कि तू यार है सौदाई का

अशरफ़ अली फ़ुग़ाँ

अक्स भी कब शब-ए-हिज्राँ का तमाशाई है

अशरफ़ अली फ़ुग़ाँ

जिन रातों में नींद उड़ जाती है क्या क़हर की रातें होती हैं

आरज़ू लखनवी

कब इश्क़ में यारों की पज़ीराई हुई है

अनीस अशफ़ाक़

फ़िराक़-ए-यार में कुछ कहिए समझाया नहीं जाता

अनीस अहमद अनीस

हम जो मस्त-ए-शराब होते हैं

अमीर मीनाई

जो दुहाई दे रहा है कोई सौदाई न हो

अमीन राहत चुग़ताई

मिर्ज़ा 'ग़ालिब'

अल्लामा इक़बाल

जवाब-ए-शिकवा

अल्लामा इक़बाल

जज़्बा-ए-दिल ने मिरे तासीर दिखलाई तो है

अकबर इलाहाबादी

क्या करूँ ज़र्फ़-ए-शनासाई को

ऐनुद्दीन आज़िम

चल निकलती हैं ग़म-ए-यार से बातें क्या क्या

अहमद फ़राज़

तीर-ए-नज़र से छिद के दिल-अफ़गार ही रहा

आग़ा हज्जू शरफ़

पाया तिरे कुश्तों ने जो मैदान-ए-बयाबाँ

आग़ा हज्जू शरफ़

किस के हाथों बिक गया किस के ख़रीदारों में हूँ

आग़ा हज्जू शरफ़

वतन का राग

अफ़सर मेरठी

आज क्यूँ चुप हैं तेरे सौदाई

अब्दुल मलिक सोज़

हर परी-वश को ख़ुदा तस्लीम कर लेता हूँ मैं

अब्दुल हमीद अदम

सर्व-क़द लाला-रुख़ ओ ग़ुंचा-दहन याद आया

आग़ा अकबराबादी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.