जहर Poetry (page 9)

जैसे फ़साना ख़त्म हुआ

राज नारायण राज़

हासिल का सफ़र

राज नारायण राज़

हवा ने बादल से क्या कहा है

रईस फ़रोग़

इक अपने सिलसिले में तो अहल-ए-यक़ीं हूँ मैं

रईस फ़रोग़

तुम ऐ रईस! अब न अगर और मगर करो

रईस अमरोहवी

सियाह है दिल-ए-गीती सियाह-तर हो जाए

रईस अमरोहवी

सियाह है दिल-ए-गीती सियाह-तर हो जाए

रईस अमरोहवी

सफ़र में कोई रुकावट नहीं गदा के लिए

रईस अमरोहवी

तल्ख़-ओ-तुर्श

राही मासूम रज़ा

जितने वहशी हैं चले जाते हैं सहरा की तरफ़

राही मासूम रज़ा

लज़्ज़त का ज़हर वक़्त-ए-सहर छोड़ कर कोई

राही फ़िदाई

एक ज़हरीली रिफ़ाक़त के सिवा है और क्या

इरफ़ान अहमद

पता कैसे चले दुनिया को क़स्र-ए-दिल के जलने का

इक़बाल साजिद

ख़ुश्क उस की ज़ात का सातों समुंदर हो गया

इक़बाल साजिद

साल नौ के लिए एक नज़्म

इक़बाल नाज़िर

न कोई ग़ैर न अपना दिखाई देता है

इक़बाल मिनहास

नज़र नज़र में तमन्ना क़दम क़दम पे गुरेज़

इक़बाल माहिर

काहिश-ए-ग़म ने जिगर ख़ून किया अंदर से

इक़बाल कौसर

ज़ब्त भी चाहिए ज़र्फ़ भी चाहिए और मोहतात पास-ए-वफ़ा चाहिए

इक़बाल अज़ीम

तुम ग़ैरों से हँस हँस के मुलाक़ात करो हो

इक़बाल अज़ीम

कोई अच्छा लगे कितना ही भरोसा न करो

इक़बाल अासिफ़

छोटी ही सही बात की तासीर तो देखो

इक़बाल अंजुम

दूर तक बस ख़ून के ठहरे हुए दरिया मिले

इंतिख़ाब सय्यद

अंदेशों का ज़हर पिया है

इंतिख़ाब सय्यद

वो जो कहीं नहीं है

इंजिला हमेश

मिरा चेहरा भोला ओ माही

इंजील सहीफ़ा

अपने लहू में ज़हर भी ख़ुद घोलता हूँ मैं

इमरान-उल-हक़ चौहान

अपने लहू में ज़हर भी ख़ुद घोलता हूँ मैं

इमरान-उल-हक़ चौहान

परेशाँ हूँ तिरा चेहरा भुलाया भी नहीं जाता

इमरान साग़र

ख़िज़ाँ का ज़हर सारे शहर की रग रग में उतरा है

इम्दाद हमदानी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.