बादल Poetry (page 7)

दिल को किस सूरत से कीजे चश्म-ए-दिलबर से जुदा

शाह नसीर

दिखा दो गर माँग अपनी शब को तो हश्र बरपा हो कहकशाँ पर

शाह नसीर

देख तू यार-ए-बादा-कश! मैं ने भी काम क्या किया

शाह नसीर

बादा-कशी के सिखलाते हैं क्या ही क़रीने सावन-भादों

शाह नसीर

मुझे साक़ी-ए-चश्म-ए-यार ने अजब एक जाम पिला दिया

शाह आसिम

अजब तू ने जल्वा दिखाया मुझे

शाह आसिम

आशिक़-ए-ज़ार हूँ जुज़ इश्क़ मुझे काम नहीं

शाह आसिम

उम्र भर डोलती यादों की ज़िया से खेले

शफ़क़त बटालवी

रुकूँ तो रुकता है चलने पे साथ चलता है

शफ़ीक़ सलीमी

ना-फ़हम कहूँ मैं उसे ऐसा भी नहीं है

शायर फतहपुरी

लब-ए-जाँ-बख़्श पर जो नाला है

शाद लखनवी

झूट फ़िरदौस के फ़साने हैं

शाद लखनवी

हम से दो-चार बज़्म में ध्यान और की तरफ़

शाद लखनवी

अब्र-ए-दीदा का मिरे हो जो न ओझढ़ पानी

शाद लखनवी

छुप-छुप के तू 'शाद' उस से मुलाक़ात करे है

शाद बिलगवी

एक सितम और लाख अदाएँ उफ़ री जवानी हाए ज़माने

शाद अज़ीमाबादी

मैं रतजगों का सफ़ीर ठहरा था कितनी रातें गुज़ार आया

शब्बीर नकिद

तुम से उल्फ़त के तक़ाज़े न निबाहे जाते

शानुल हक़ हक़्क़ी

जो अपने घर को का'बा मानते हैं

सीमाब ज़फ़र

आँगन से ही ख़ुशी के वो लम्हे पलट गए

सीमाब सुल्तानपुरी

शायद जगह नसीब हो उस गुल के हार में

सीमाब अकबराबादी

अब्र ही अब्र है बरसता नईं

सीमा नक़वी

बारिश थी और अब्र था दरिया था और बस

सीमा ग़ज़ल

रस्म ही शहर-ए-तमन्ना से वफ़ा की उठ जाए

सय्यद एहतिशाम हुसैन

या रब कहीं से गर्मी-ए-बाज़ार भेज दे

मोहम्मद रफ़ी सौदा

सदमा हर-चंद तिरे जौर से जाँ पर आया

मोहम्मद रफ़ी सौदा

गुल फेंके है औरों की तरफ़ बल्कि समर भी

मोहम्मद रफ़ी सौदा

दिल मत टपक नज़र से कि पाया न जाएगा

मोहम्मद रफ़ी सौदा

दामन सबा न छू सके जिस शह-सवार का

मोहम्मद रफ़ी सौदा

बहार-ए-बाग़ हो मीना हो जाम-ए-सहबा हो

मोहम्मद रफ़ी सौदा

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.