जुस्तजू Poetry (page 12)

गर्म-ए-तलाश-ओ-जुस्तुजू अब है तिरी नज़र कहाँ

असग़र गोंडवी

जिस हुस्न की है चश्म-ए-तमन्ना को जुस्तुजू

असर सहबाई

हिजाब-ए-रंग-ओ-बू है और मैं हूँ

असर लखनवी

रवाँ है क़ाफ़िला-ए-जुस्तुजू किधर मेरा

असद जाफ़री

लब ओ रुख़्सार की क़िस्मत से दूरी

असद भोपाली

तलाश-ए-रंग में आवारा मिस्ल-ए-बू हूँ मैं

आरज़ू लखनवी

क़ुर्बत बढ़ा बढ़ा कर बे-ख़ुद बना रहे हैं

आरज़ू लखनवी

ज़माना कुछ भी कहे तेरी आरज़ू कर लूँ

अरशद कमाल

दर्द की साकित नदी फिर से रवाँ होने को है

अरशद कमाल

मैं अज़ल का राह-रौ मुझ को अबद की जुस्तुजू

आरिफ़ अब्दुल मतीन

ये ख़ुद को देखते रहने की है जो ख़ू मुझ में

अनवर शऊर

मुझे ये जुस्तुजू क्यूँ हो कि क्या हूँ और किया था मैं

अनवर शऊर

क्यूँ ख़फ़ा हम से हो ख़ता क्या है

अनवर सहारनपुरी

ज़ुल्मतों में रौशनी की जुस्तुजू करते रहो

अनवर साबरी

गुम कर दें इक ज़रा तुझे ख़्वाबों के शहर में

अनवर मीनाई

तुम्हारी पोरों का लम्स अब तक.....

अंजुम ख़लीक़

फ़रेब ग़म ही सही दिल ने आरज़ू कर ली

अंजुम आज़मी

मुसलमाँ ग़ौर कर क्यूँ आज तेरी

अनीसा बेगम

एक नज़्म

अनीस नागी

न कुछ आलिम समझते हैं न कुछ जाहिल समझते हैं

अमजद नजमी

देख कर हम को असीर-ए-आरज़ू

अमजद नजमी

सरमाया-ए-जाँ

अमजद इस्लाम अमजद

तुझी से गुफ़्तुगू हर दम तिरी ही जुस्तुजू हर दम

अमीता परसुराम 'मीता'

हज़ारों मंज़िलें फिर भी मिरी मंज़िल है तू ही तू

अमीता परसुराम 'मीता'

हर रहगुज़र में काहकशाँ छोड़ जाऊँगा

अमीर क़ज़लबाश

चलो कि ख़ुद ही करें रू-नुमाइयाँ अपनी

अमीर क़ज़लबाश

फूलों में अगर है बू तुम्हारी

अमीर मीनाई

तशन्नुज

अमीक़ हनफ़ी

आईना-ख़ाने के क़ैदी से

अमीक़ हनफ़ी

अफ़्साना-ए-हयात को दोहरा रहा हूँ मैं

अमीन हज़ीं

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.