पानी Poetry (page 42)

मकाँ-भर हम को वीरानी बहुत है

अब्बास ताबिश

खा के सूखी रोटियाँ पानी के साथ

अब्बास ताबिश

इतना आसाँ नहीं मसनद पे बिठाया गया मैं

अब्बास ताबिश

डूब कर भी न पड़ा फ़र्क़ गिराँ-जानी में

अब्बास ताबिश

बदन के चाक पर ज़र्फ़-ए-नुमू तय्यार करता हूँ

अब्बास ताबिश

बचपन का दौर अहद-ए-जवानी में खो गया

अब्बास ताबिश

अब परिंदों की यहाँ नक़्ल-ए-मकानी कम है

अब्बास ताबिश

दिल में है क्या अज़ाब कहे तो पता चले

अातिश इंदौरी

मुझे उन से मोहब्बत हो गई है

अातिश बहावलपुरी

हवा आई न ईंधन आ रहा है

आतिफ़ कमाल राना

ख़ाक सहरा में उड़ाती है ये दीवानी हवा

आसी फ़ाईकी

वो जो प्यासा लगता था सैलाब-ज़दा था

आनिस मुईन

वो कुछ गहरी सोच में ऐसे डूब गया है

आनिस मुईन

जीवन को दुख दुख को आग और आग को पानी कहते

आनिस मुईन

हर शय आनी-जानी है

आनन्द सरूप अंजुम

वहाँ शायद कोई बैठा हुआ है

आदिल रज़ा मंसूरी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.