तकदीर Poetry (page 8)

तुम ने ये माजरा सुना है क्या

इमरान शमशाद

दिल से क्या पूछता है ज़ुल्फ़-ए-गिरह-गीर से पूछ

इम्दाद इमाम असर

वक़्त-ए-आख़िर हमें दीदार दिखाया न गया

इमदाद अली बहर

हम नाक़िसों के दौर में कामिल हुए तो क्या

इमदाद अली बहर

ऐसे पुर-नूर-ओ-ज़िया यार के रुख़्सारे हैं

इमदाद अली बहर

सब हमारे लिए ज़ंजीर लिए फिरते हैं

इमाम बख़्श नासिख़

मौसम सूखा सूखा सा था लेकिन ये क्या बात हुई

इमाम अाज़म

'इश्क़ी'-साहिब लिखना है तो कोई नई तहरीर लिखो

इलियास इश्क़ी

वो कहते हैं कि आँखों में मिरी तस्वीर किस की है

इफ़्तिख़ार राग़िब

धुँद

इफ़्तेख़ार जालिब

ख़ौफ़ के सैल-ए-मुसलसल से निकाले मुझे कोई

इफ़्तिख़ार आरिफ़

अजीब कर्ब-ए-मुसलसल दिल-ओ-नज़र में रहा

इफ़्फ़त ज़र्रीं

अपने एहसानों का नीला साएबाँ रहने दिया

इबरत मछलीशहरी

क्या क्या हैं गिले उस को बता क्यूँ नहीं देता

इब्न-ए-रज़ा

शौक़ जब भी बंदगी का रहनुमा होता नहीं

इब्न-ए-मुफ़्ती

ये कहना था जो दुनिया कह रही है

हुमैरा राहत

हवा के साथ ये कैसा मोआमला हुआ है

हुमैरा राहत

हर एक ख़्वाब की ताबीर थोड़ी होती है

हुमैरा राहत

अश्क-ए-ग़म वो है जो दुनिया को दिखा भी न सकूँ

हीरा लाल फ़लक देहलवी

हो के अफ़्सुर्दा मिरी शूमी-ए-तक़दीर न देख

हज़ार लखनवी

दिल की धड़कन मिरे माथे की शिकन है कि नहीं

हज़ार लखनवी

मेरे ही दिल के सताने को ग़म आया सीधा

हातिम अली मेहर

महरूम-ए-तरब है दिल-ए-दिल-गीर अभी तक

हसरत मोहानी

ये किस ने कहा है मिरी तक़दीर बना दे

हसरत जयपुरी

शो'ला ही सही आग लगाने के लिए आ

हसरत जयपुरी

फिर नए ख़्वाब बुनें फिर नई रंगत चाहें

हसन रिज़वी

कभी आबाद करता है कभी बरबाद करता है

हसन रिज़वी

शब की दहलीज़ से किस हाथ ने फेंका पत्थर

हसन अख्तर जलील

यही होता है कि तदबीर को नाकाम करे

हरी चंद अख़्तर

तोड़ कर निकले क़फ़स तो गुम थी राह-ए-आशियाँ

हेंसन रेहानी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.