पीड़ा Poetry (page 10)

मुझे जल्वों की उस के तमीज़ हो क्या मेरे होश-ओ-हवास बचा ही नहीं

बेदम शाह वारसी

अल्लाह-रे फ़ैज़ एक जहाँ मुस्तफ़ीद है

बेदम शाह वारसी

आज-कल के शबाब देखे हैं

बशीर महताब

मुब्तला-ए-इ'ताब हैं हम लोग

बशीरुद्दीन राज़

दवा बग़ैर कोई तिफ़्ल मर गया तो क्या हुआ

बाक़र नक़वी

गोडो

बाक़र मेहदी

मिरे सफ़र में ही क्यूँ ये अज़ाब आते हैं

बलवान सिंह आज़र

जिगर के टुकड़े हुए जल के दिल कबाब हुआ

ज़फ़र

हवा के लब पे नए इंतिसाब से कुछ हैं

अज़रा वहीद

उठा के मेरे ज़ेहन से शबाब कोई ले गया

अज़ीज़ तमन्नाई

हयात-ओ-काएनात पर किताब लिख रहे थे हम

अज़ीज़ नबील

मुश्किल है इमतियाज़-ए-अज़ाब-ओ-सवाब में

अज़ीज़ हैदराबादी

ये फ़ज़ा-ए-साज़-ओ-मुज़रिब ये हुजूम-ताज-ए-दाराँ

अज़ीज़ हामिद मदनी

हुरूफ़ ख़ाली सदफ़ और निसाब ज़ख़्मों के

अज़हर नैयर

दर टूटने लगे कभी दीवार गिर पड़े

अज़हर अदीब

आ जाए न रात कश्तियों में

अय्यूब ख़ावर

कितना मुश्किल है

अतीक़ुल्लाह

दरमियान-ए-गुनाह-ओ-सवाब आदमी

आतिफ़ ख़ान

लम्हों के अज़ाब सह रहा हूँ

अतहर नफ़ीस

लम्हों के अज़ाब सह रहा हूँ

अतहर नफ़ीस

काश समझदार न बनूँ

अतीया दाऊद

अन-गिनत अज़ाब हैं रतजगों के दरमियाँ

अतीक़ुर्रहमान सफ़ी

ये किस अज़ाब में उस ने फँसा दिया मुझ को

अताउल हक़ क़ासमी

वो दश्त-ए-कर्ब-ओ-बला में उतरने देता नहीं

अताउल हक़ क़ासमी

ढला जो दिन तो गया नूर-ए-आफ़्ताब भी साथ

अता हुसैन कलीम

नौ-जवान से

असरार-उल-हक़ मजाज़

जानते थे ग़म तिरा दरिया भी था गहरा भी था

असरारुल हक़ असरार

तक़द्दुस-ए-मआब

असरार जामई

परदेसी का ख़त

असरा रिज़वी

ऐ ज़मिस्ताँ की हवा तेज़ न चल

असलम अंसारी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.